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Dec 13, 2024
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यह ब्लॉग बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत ₹2 लाख की सहायता से व्यवसाय शुरू करने की जानकारी देता है। इसमें पात्रता, दस्तावेज़, आवेदन प्रक्रिया और StartupHyper से ट्रेनिंग व लाइसेंसिंग सहायता का विवरण शामिल है। योजना का उद्देश्य रोजगार सृजन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
बिहार लघु उद्यमी योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक अनूठी पहल है, जो राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर और बेरोजगार नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य स्वरोजगार को बढ़ावा देना और छोटे उद्योगों को स्थापित करने में मदद करना है।
राज्य सरकार इस योजना के तहत तीन किस्तों में ₹2 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह योजना उन लोगों के लिए बनाई गई है जिनकी मासिक आय ₹6000 से कम है और जो किसी सरकारी नौकरी में नहीं हैं।
उदाहरण के लिए, अगर कोई महिला सत्तू और बेसन निर्माण शुरू करना चाहती है, लेकिन मशीनरी खरीदने में असमर्थ है, तो इस योजना की सहायता से वह अपने व्यवसाय का सपना पूरा कर सकती है। 62 से अधिक प्रकार के लघु उद्योग जैसे मसाला निर्माण, रेडीमेड गारमेंट्स, लकड़ी का फर्नीचर और बिंदी बनाने जैसे व्यवसाय इस योजना के अंतर्गत आते हैं। यह पहल न केवल बेरोजगारी को कम करती है, बल्कि राज्य के नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती है।
इस योजना के तहत लाभार्थियों को कई प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है:
- वित्तीय सहायता: सरकार ₹2 लाख तक की धनराशि देती है, जिसे मशीनरी और कच्चे माल की खरीद में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- कौशल प्रशिक्षण: लाभार्थियों को उद्योग शुरू करने और उसे चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- रोजगार का सृजन: यह योजना लगभग 90 लाख बेरोजगारों को रोजगार देने का लक्ष्य रखती है।
- आत्मनिर्भरता: यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को अपने व्यवसाय शुरू करने में मदद करती है।
- सरल प्रक्रिया: आवेदन और चयन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी रखा गया है।
उदाहरण: एक व्यक्ति जो मसाले बनाने का व्यवसाय शुरू करना चाहता है, वह इस योजना के तहत मसाला पीसने की मशीन खरीद सकता है और अपने व्यवसाय को बढ़ा सकता है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना अनिवार्य है:
1. निवासी प्रमाणित: आवेदक बिहार राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
2. आयु सीमा: आवेदक की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
3. आर्थिक स्थिति: परिवार की मासिक आय ₹6000 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
4. सरकारी नौकरी निषेध: परिवार का कोई भी सदस्य किसी सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
5. समूह प्राथमिकता: कमजोर वर्गों, जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति और पिछड़ा वर्ग को प्राथमिकता दी जाती है।
उदाहरण: अगर किसी महिला का परिवार कृषि पर निर्भर है और उनकी मासिक आय ₹5000 है, तो वह इस योजना की पात्र है।
आवेदन प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
1. निवासी प्रमाण पत्र: आवेदक के बिहार निवासी होने का प्रमाण।
2. शैक्षणिक प्रमाण पत्र: मैट्रिक और इंटरमीडिएट की डिग्री।
3. जाति प्रमाण पत्र: अगर आवेदक आरक्षित वर्ग से संबंधित है।
4. आधार कार्ड: पहचान के लिए।
5. पैन कार्ड: वित्तीय सत्यापन के लिए।
6. बैंक पासबुक: बैंक अकाउंट का विवरण।
7. पासपोर्ट साइज फोटो: आवेदन के लिए।
उदाहरण: अगर कोई व्यक्ति मोमबत्ती निर्माण का व्यवसाय शुरू करना चाहता है, तो उसे इन सभी दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
बिहार लघु उद्यमी योजना की आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है। इसे सरल और सुलभ बनाया गया है:
1. वेबसाइट पर जाएं: Apply here।
2. पंजीकरण करें: रजिस्टर बटन पर क्लिक करके अपनी जानकारी दर्ज करें।
3. लॉगिन करें: पंजीकरण के बाद प्राप्त आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
4. फॉर्म भरें: बिहार लघु उद्यमी योजना के फॉर्म पर क्लिक करें और सभी जानकारी भरें।
5. दस्तावेज़ अपलोड करें: आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करें।
6. फॉर्म सबमिट करें: सारी जानकारी और दस्तावेज़ सही होने पर फॉर्म को सबमिट करें।
उदाहरण: अगर कोई व्यक्ति रेडीमेड गारमेंट्स का व्यवसाय शुरू करना चाहता है, तो वह इन चरणों का पालन करके आसानी से आवेदन कर सकता है।
लाभार्थियों का चयन पारदर्शी लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाता है।
1. आवेदन जांच: आवेदन प्राप्त होने के 15 दिनों के भीतर इसकी जांच होती है।
2. प्रमाणन प्रक्रिया: जिला उद्योग केंद्र द्वारा दस्तावेज़ सत्यापन।
3. प्रशिक्षण: चयनित उम्मीदवारों को दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाता है।
4. किस्त जारी: प्रशिक्षण के बाद पहली किस्त जारी की जाती है।
उदाहरण: कोई महिला अगर रेडीमेड गारमेंट्स निर्माण शुरू करना चाहती है, तो चयन प्रक्रिया के बाद उसे प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता प्राप्त होगी।
योजना के तहत दी जाने वाली ₹2 लाख की सहायता तीन किस्तों में वितरित होती है:
1. पहली किस्त (25%): ₹50,000
2. दूसरी किस्त (50%): ₹1,00,000
3. तीसरी किस्त (25%): ₹50,000
यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में DBT के माध्यम से भेजी जाती है
Bihar Laghu Udyog Yojana 2024-2025 के अंतर्गत निम्नलिखित लघु उद्योगों के लिए 2 लाख रुपये का लाभ प्रदान किया जाएगा:
1. खाघ प्रसंस्करण: आटा, सत्तू और बेसन, मसाला, नमकीन, जैम / जेली, सॉस, नूडल्स, पापड़ और बड़ी, आचार, मुरब्बा, फलों का जूस और मिठाई उत्पादन
2. लकड़ी के फर्नीचर उद्योग: बढ़ईगिरी, बांस के सामान, फर्नीचर, नाव निर्माण और लकड़ी निर्माण
3. निर्माण उद्योग: दरवाजा तथा खिड़की, प्लास्टर ऑफ पेरिस के सामान, और सीमेट की जाली ।
4. दैनिक उपभोक्ता सामग्री: डिटर्जेंट पाउडर, साबुन, बिंदी और मेहंदी उत्पादन, मोमबत्ती उत्पादन
5. ग्रामीण इंजीनियरिंग: कृषि यंत्र निर्माण, गेटग्रिल निर्माण, वेल्डिंग इकाई, मधुमक्खी का बक्सा, आभूषण वर्कशॉप, स्टील का बॉक्स और अलमारी, हथौड़ा और टूल कीट निर्माण
6. Electrical and Electronics या IT आधारित: फैन असेम्बलिंग, स्टेबलाइजर, इन्वर्टर, UPS, CVT असेम्बलिंग, IT बिजनेस सेंटर आदि
7. रिपेयर और रखरखाव: मोबाइल और चार्जर रिपेयरिंग, ऑटो गेराज, ए/सी रिपेयरिंग, दो पहिया रिपेयरिंग, टायर रीट्रेडिंग, डीजल इंजन और पंप रिपेयरिंग, मोटर बाइंडिंग आदि
8. सेवा उद्योग: सैलून, ब्यूटी पार्लर, ढाबा / रेस्टोरेंट / होटल / फूड ऑन व्हीकल्स आदि
9. विविध उत्पादन: सोना या चांदी जेवर निर्माता, केला रेशा निर्माण, फूल की माला या सजावटी माला निर्माण आदि
10. टेक्सटाइल और होजियरी उत्पाद: रेडीमेड वस्त्र, कसीदाकारी, बेडशीट, तकिया कवर निर्माण, मच्छरदानी, मछली पकड़ने का जाल निर्माण आदि
11. चमड़ा उत्पाद और संबंधित उत्पाद: चमड़े का जैकेट, चमड़े का जूता, चमड़े के बैग, बेल्ट, वॉलेट और ग्लव्स निर्माण, चमड़े और रेक्सीन का जैकेट निर्माण आदि
12. हस्तशिल्प: पीतल / ब्रास नक्काशी, काष्ठ कला, पत्थर की मूर्ति निर्माण, जूट आधारित क्राफ्ट, लाह चूड़ियाँ निर्माण, गुड़िया और खिलौना निर्माण, टोकरी, चटाई और झाड़ू निर्माण, कुम्हारी आदि
इन लघु उद्योगों के तहत आवेदकों को 2 लाख रुपये का लाभ दिया जाएगा जो कि तीन आसान किस्तों में डीबीटी (DBT) के माध्यम से उनके बैंक खाते में जमा किया जाएगा।
इस योजना के तहत आने वाली सभी 62 गतिविधियां इस प्रकार हैं:
StartupHyper आपकी पूरी यात्रा में मदद करेगा:
उदाहरण: अगर कोई व्यक्ति चमड़े का बैग निर्माण शुरू करना चाहता है, तो StartupHyper उसे सही मशीनों से लेकर मार्केटिंग तक पूरी सहायता प्रदान करेगा।
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